LSG vs RCB: ‘विश्वास नहीं हो रहा कि ऐसी पारी खेली है’, बेंगलुरु को क्वालिफायर-1 में पहुंचाने के बाद बोले जितेश

प्लेयर ऑफ द मैच जितेश ने 33 गेंद की नाबाद पारी में आठ चौके और छह छक्के लगाए। उन्हें मयंक का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 23 गेंद पर नाबाद 41 रन की पारी में पांच चौके जड़े। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 45 गेंद में 107 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई।आईपीएल 2025 में मंगलवार को एक बेहद रोमांचक मुकाबला खेला गया, जिसमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने मेजबान लखनऊ सुपर जाएंट्स को छह विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ आरसीबी की टीम ने शीर्ष दो पर रहते हुए लीग राउंड को खत्म किया और अब उसका सामना क्वालिफायर-1 में पंजाब किंग्स से होगा। आरसीबी की जीत में कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा की बेखौफ पारी अहम रही, जिन्होंने 33 गेंद में नाबाद 85 रन बनाए और टीम को यादगार जीत दिलाई। मैच के बाद जितेश कहा कि उनके लिए अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुद यकीन नहीं हो रहा कि ऐसी पारी खेली है।प्लेयर ऑफ द मैच जितेश ने 33 गेंद की नाबाद पारी में आठ चौके और छह छक्के लगाए। उन्हें मयंक का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 23 गेंद पर नाबाद 41 रन की पारी में पांच चौके जड़े। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 45 गेंद में 107 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई।जितेश ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘मैं विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि मैंने ऐसी पारी खेली है। मैं बस उस पल में रहने का प्रयास कर था, में क्रीज पर टिके रहने की कोशिश कर रहा था। मैं अभी अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां नहीं पाऊंगा।’आरसीबी की पारी के 12वें ओवर में विराट कोहली (54) के आउट होने के बाद जितेश क्रीज पर आए थे। तब आरसीबी का स्कोर चार विकेट पर 123 रन था। जितेश ने मैदान पर आते ही हर गेंदबाज के खिलाफ सहजता से बड़े शॉट लगाए। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन पर कप्तानी का दबाव था, लेकिन टीम के अनुभवी खिलाड़ियों का पूरा साथ मिला। उन्होंने कहा, ‘मैंने विराट भाई के आउट होने के बाद मैच को आखिर तक ले जाने का प्रयास किया और इसमें सफल रहा। मेरे ऊपर काफी दबाव था, लेकिन मैं इसका लुत्फ उठा रहा था। मैं जब विराट भाई, क्रुणाल पांड्या और भुवनेश्वर कुमार को देखता हूं, तो काफी आत्मविश्वास मिलता है।’