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शर्मनाक… पहले पुलिस ने मां को दौड़ाया, अब किया ये काम; गैंगरेप और हत्याकांड में नया खुलासा

चलती कार से फेंककर किशोरी की हत्या और दूसरी किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने रविवार को हत्या की धारा बढ़ाई है। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तीन दिन तक मृतक किशोरी के परिजनों को सूरजपुर थाने की पुलिस टरकाती रही।यूपी के मेरठ में एक किशोरी की चलती कार से फेंककर हत्या और दूसरी से हाईवे पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में खुर्जा पुलिस ने रविवार को हत्या की धारा भी बढ़ा ली है। इस घटना ने पुलिस की सतर्कता पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। गौतमबुद्धनगर की सूरजपुर थाने की पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए तीन दिन तक मृतक किशोरी के परिजन भटकते रहे। मेरठ के जानी थाने की पुलिस ने भी शव बरामद होने के बाद सक्रियता नहीं दिखाई। शिनाख्त से लेकर पोस्टमार्टम कराने तक में लापरवाही सामने आई है। पोस्टमार्टम कराने के लिए नौ मई की पूरी रात खुर्जा पुलिस के साथ किशोरी के परिजन मेरठ में भटकते रहे। किशोरियों को भी जबरन पिलाई बीयर 
सूरजपुर में किराये पर रह रहीं दोनों किशोरियां छह मई की शाम करीब सात बजे अमित और उसके साथी संदीप के साथ कार में सवार हुई थीं। कुछ दूर चलने के बाद अमित का रिश्तेदार गौरव भी कार में आ गया था। इसके बाद आरोपियों ने बीयर की केन खरीदी। खुद पीने के साथ किशोरियों को भी जबरन बीयर पिलाई। इसके बाद किशोरियों से छेड़खानी करने लगे। विरोध करने पर किशोरियों की पिटाई की। मेरठ के जानी में चलती कार से फेंककर एक किशोरी की हत्या कर दी थी। 
दूसरी किशोरी के साथ मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर सामूहिक दुष्कर्म
किशोरी मूल रूप से बिहार के दरभंगा की रहने वाली थी। फिलहाल परिजनों के साथ किराये के मकान में सूरजपुर में रह रही थी। तीनों आरोपियों ने दूसरी किशोरी के साथ मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर सामूहिक दुष्कर्म किया। दुष्कर्म पीड़िता के परिजन प्रतापगढ़ में रहते हैं। उन्हें बेटी के रात में घर न पहुंचने की कोई जानकारी नहीं थी। दूसरी किशोरी के घर नहीं पहुंचने पर परिजन चिंतित थे। 
पुलिस ने परिजनों को टरकाया
सात मई को सूरजपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सात मई को दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत के बाद खुर्जा नगर पुलिस ने भी सूरजपुर पुलिस से संपर्क किया। उन्हें घटनाक्रम की जानकारी दी, इसके बावजूद सूरजपुर पुलिस सजग नहीं हो सकी। आठ मई को एक बार फिर मृतक किशोरी के परिजन गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंचे लेकिन फिर थाना पुलिस ने फिर से टरका दिया। 

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